Wednesday, 11 December 2013

Bhagwad Geeta / Tanuja Thakur

अनेक बार सूक्ष्म जगतकी जानकरी रखनेवाले सिद्ध, तांत्रिक या अन्य अध्यात्मविद या तो द्वेष वश या अन्य कारणवश मुझपर सूक्ष्म स्तरपर आघात करते हैं; परंतु गुरुकृपाके कारण उनके सर्व प्रयास विफल हो जाते हैं ! यदि इस ब्रह्मांडमें यदि मेरेश्रीगुरुने मुझे अकेले विचरण हेतु छोडा दिया है तो मेरे 'शुभचिंतक' यह कदापि न सोचें कि उनके सूक्ष्म आघात मेरा अहित करनेमें सक्षम हैं, स्थूलसे अपनेसे दूर करनेसे पहले मेरे श्रीगुरुने मेरे ऊपरके सूक्ष्म कवचको अभेद्य बनाया है अब अभेद्यपर वार करेंगे तो अहित किसका होगा स्वयं सोचें ! आशा करती हूँ यह मैं जिनके लिए लिख रही वे इसे पढकर मेरा संकेत अवश्य समझ जाएंगे और पुनः यह दुस्साहस करनेका प्रयत्न नहीं करेंगे |
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Hare Krishna
Bol Baanke bihari Lal ki Jai
M - O - T - H - E - R

"M" is for the million things
she gave me,
"O" means only that she's
growing old,
"T" is for the tears she shed to
save me,
"H" is for her heart of
purest gold;
"E" is for her eyes, with
love-light shining,
"R" means right, and right
she'll always be,

Put them all together, they
spell
"MOTHER,"
A word that means the
world to me. Don't read
without dropping
a comment if you love your
mother
Unpredictable life:

When I got enough confidence,
"The stage was gone."

When I was sure of losing,
"I won."

When I needed people the most,
"They left me."

When I learnt to dry my tears,
"I found a shoulder to cry on."

When I mastered the skill of hating,
"Somebody started loving me."

That's Life!!!!

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