Saturday, 14 September 2013

Tanuja Thakur

शिवं शिवकरं शान्तं
शिवात्मान शिवोत्तमम् ।
शिवमार्ग प्रणेधरम्
प्रणतोस्मि सदाशिवम् ||
उस सदाशिवको नम्र वंदन है जो शांत , परम कल्याणकरी ,शिवात्मा स्वरूप है, सभीमें उत्तम है एवं सभी मार्गोंमें श्रेष्ठ हैं !
Obeisance to Sadashiva, the ever auspicious;
The leader of all auspicious paths;
Sacred, purifier, embodiment of peace;
Excelling the best, the auspicious Self Itself
 

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